'' कभी जवाब ...कभी पहेली ''

प्यार भरा नमस्कार दोस्तों ,

चंद लाइने आपकी नज़र हैं ....
                         
                                           '' कभी जवाब ...कभी पहेली ''
   

जिंदगी थोड़ी अजीब है ....सबके पास है पर कुछ के ही करीब है...

   माँ के पास है पर ...माँ की गोद के दूध मुहें बच्चे के करीब है,
   पढ़ते हुए बच्चे के पास है पर ...ड्राइंग करते बच्चे के करीब है,
   पापा के पास भी है पर ...क्रिकेट देखते पापा के करीब है,
  दादी के पास है पर ...मिठाई  खाती दादी के करीब है,

जिंदगी थोड़ी अजीब है....कुछ की है दोस्त तो कुछ की रकीब है...

कार  में बैठे बच्चे की है दोस्त तो..... बाहर से हाथ बढ़ाकर भीख मांगते बच्चे की रकीब है,
करोडपती कारोबारी की है दोस्त तो ...क़र्ज़ के लिए जान पर देने वाले किसान की रकीब है,
मंदिर में गुप्त दान करते भक्त की है दोस्त तो ...बाहर प्रसाद के इन्तेजार में लाइन में बैठे लोगो की रकीब है,
शादियों में जोश से नाचते ,फोटो खिचवाते चेहरों की दोस्त है तो ...बारात के साथ सर पर रौशनी लेकर चलते सरों की रकीब है .....

जिंदगी शायद बहुत अजीब है ... कभी -कभी जवाब कभी पहेली है .


आज के लिए इतना ही ...

अपना ख्याल रखियेगा ...



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